
महादेवा कॉरिडोर के लिए चल रही खुदाई में निकले हैं सिक्के
प्रशासन की सतर्कता से बची कालाबाज़ारी, सभी 75 सिक्के बाराबंकी ट्रेज़री में जमा
स्वराज इंडिया न्यूज ब्यूरो
बाराबंकी। रामनगर क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध पौराणिक लोधेश्वर महादेवा मंदिर एक बार फिर सुर्खियों में है। मंदिर परिसर के पास बनाए जा रहे महादेवा कॉरिडोर के निर्माण कार्य के दौरान शुक्रवार को मिट्टी की खुदाई में अचानक चांदी के पुराने सिक्के निकल आए। बताया जा रहा है कि ये सिक्के अंग्रेजों के जमाने के हैं और इनकी ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक दृष्टि से अहमियत हो सकती है।
जानकारी के मुताबिक, मंदिर के पास स्थित एक जर्जर मकान को गिराकर जैसे ही नींव की खुदाई शुरू की गई, मजदूरों को मिट्टी में दबे सिक्कों का संग्रह दिखाई दिया। देखते ही देखते खबर फैल गई और मौके पर मौजूद ठेकेदार व मजदूर सिक्कों को आपस में बाँटने की कोशिश करने लगे।

प्रशासन की तत्परता ने इस कालाबाज़ारी पर रोक लगा दी। सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी (एसडीएम) गुंजिता अग्रवाल और थाना प्रभारी तुरंत मौके पर पहुंचे। उनकी निगरानी में सभी 75 सिक्कों को सुरक्षित रूप से बरामद कर बाराबंकी ट्रेज़री में जमा कराया गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह खोज मंदिर की ऐतिहासिकता को और गहराई से समझने का अवसर प्रदान करेगी। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, लोधेश्वर महादेवा मंदिर का उल्लेख महाभारत काल से मिलता है और इसे भगवान शिव का अति प्राचीन तीर्थ माना जाता है। अब अंग्रेज़ी काल के इन सिक्कों की बरामदगी ने इस क्षेत्र को इतिहास के नए पन्नों से जोड़ दिया है।
पुरातत्व विभाग के विशेषज्ञों से उम्मीद की जा रही है कि सिक्कों की जांच कर उनकी वास्तविकता, कालखंड और उपयोगिता का पता लगाया जाएगा। लोधेश्वर बाबा के जयकारों के बीच मंदिर परिसर में इस अनोखी बरामदगी की चर्चा ज़ोरों पर है।



