पांच मांगों को लेकर अड़ा प्रदर्शन, नेपाल सुलग रहा है

स्वराज इंडिया न्यूज ब्यूरो | काठमांडू/नई दिल्ली।
नेपाल इन दिनों जबरदस्त राजनीतिक हलचल और सड़क पर उग्र आंदोलन का गवाह बन रहा है। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने सोमवार को पद से इस्तीफा दे दिया। उनके साथ डिप्टी पीएम और दस से ज्यादा मंत्रियों ने भी पद छोड़ा। बावजूद इसके प्रदर्शनकारी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
काठमांडू, वीरगंज और पोखरा समेत कई शहरों में लोग पांच बड़ी मांगों को लेकर सड़कों पर डटे हैं। स्थिति इतनी बिगड़ी कि गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने काठमांडू एयरपोर्ट को आग के हवाले कर दिया। दिल्ली से काठमांडू की सभी उड़ानें रोक दी गईं। अधिकारियों का कहना है कि अंतरिम सरकार बनने तक हवाई सेवाएं प्रभावित रहेंगी।
वीरगंज नगर निगम कार्यालय और संसद भवन के बाहर भीषण तोड़फोड़ हुई। गाड़ियों से लेकर सरकारी इमारतों तक में आगजनी की घटनाएं सामने आईं।

मंत्रियों की सुरक्षा सेना के हवाले
काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्रियों के घरों पर हमलों के बाद नेपाली सेना ने हेलीकॉप्टर से उन्हें सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया। संसद और वीआईपी इलाकों में भारी सैन्य बल की तैनाती की गई है।
ओली के इस्तीफे के बाद शाह पर निगाहें
काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह ने फेसबुक पोस्ट कर लिखा –
“यह जनरेशन Z का आंदोलन है। युवाओं, आपके उत्पीड़क ने इस्तीफा दे दिया है। अब धैर्य का समय है।”

यही वजह है कि शाह को अंतरिम राष्ट्रपति बनाने की मांग जोर पकड़ रही है। प्रदर्शनकारी उन्हें आंदोलन का असली चेहरा मान रहे हैं।
सोशल मीडिया ठप, सेना की अपील
सरकार ने हालात काबू करने के लिए नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को अस्थायी रूप से बैन कर दिया है। सेना प्रमुख ने लोगों से अपील की है कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर शांति बनाए रखें।
भारतीय नागरिकों के लिए हेल्पलाइन
नेपाल में बिगड़े हालात को देखते हुए भारतीय दूतावास ने भी इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। किसी भी आपात स्थिति में भारतीय नागरिक +977-9808602881 पर संपर्क कर सकते हैं।

नेपाल का यह संकट सिर्फ सत्ता परिवर्तन नहीं, बल्कि नए युवा नेतृत्व और सामाजिक बदलाव की मांग का संकेत बन चुका है। ओली के इस्तीफे के बाद पड़ोसी देश एक बड़े राजनीतिक मोड़ पर खड़ा दिखाई दे रहा है।


