
बिहार के गयाजी में किया पिंडदान
पितृ पक्ष को लेकर पूरे देश में चल रहा है श्राद्ध कर्म
स्वराज इंडिया धर्म अध्यात्म डेस्क
गया (बिहार): भारत की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी ने शुक्रवार को बिहार के गया स्थित ऐतिहासिक विष्णुपद मंदिर में अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया। इस अवसर पर उनके पुत्र अनंत अंबानी भी मौजूद रहे।
मंदिर ट्रस्ट के कार्यकारी अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल ने बताया कि अंबानी परिवार ने फल्गु नदी तट पर वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पिंडदान एवं जल तर्पण की विधि पूरी की। सनातन धर्म की मान्यता के अनुसार गया में पिंडदान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और उनके आशीर्वाद से परिवार-समाज समृद्ध होता है। सनातन संस्कृति और आस्था को जीवंत रखने वाला यह अनुष्ठान हर वर्ष पितृपक्ष में विशेष रूप से किया जाता है। मुकेश अंबानी जैसे आधुनिक युग के बड़े उद्योगपति द्वारा इन परंपराओं के प्रति सम्मान और आस्था प्रकट करना समाज के लिए एक प्रेरणादायक संदेश है।

जहाँ कुछ लोग श्राद्ध कर्म को औपचारिकता या अंधविश्वास मानकर उपहास करते हैं, वहीं यह उदाहरण दर्शाता है कि हमारी प्राचीन परंपराएँ केवल आस्था का नहीं बल्कि सांस्कृतिक और पारिवारिक मूल्यों को जोड़ने का माध्यम भी हैं। गयाजी का यह धार्मिक आयोजन एक बार फिर इस सत्य को रेखांकित करता है कि आधुनिकता के दौर में भी सनातन संस्कृति की जड़ें अटूट और जीवंत हैं।



