
अनूप जलोटा का भजन रहा प्रमुख आकर्षण
प्रमुख संवाददाता स्वराज इंडिया, कानपुर। उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की मिली -जुली संस्कृति पर आधारित ‘बिठूर महोत्सव’ का शानदार आगाज हुआ । महोत्सव का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक व विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना द्वारा फीता काटकर व दीप प्रज्वलन कर किया गया।इसके पश्चात मुख्य अतिथि द्वारा ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना के अंतर्गत कई जिलों के विभिन्न उत्पादों के लगे स्टॉलों का अवलोकन किया गया। इसके उपरांत उनके द्वारा 1857 की क्रांति के दौरान मराठाओं व स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा प्रयुक्त किए गए शस्त्रों का अवलोकन किया गया। महोत्सव के शुभारंभ की घोषणा करते हुए श्री सतीश महाना ने कहा कि मां गंगा पूरी दुनिया में अपने पौराणिक,ऐतिहासिक,धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व होने के कारण जानी जाती हैं और बिठूर इस पवित्र नदी के किनारे बसा अलौकिक स्थल माना जाता है। बिठूर में अवस्थित ब्रह्म कुटी का ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व जग जाहिर है। उन्होंने कहा, बिठूर 1857 की क्रांति में क्रांतिकारियों का मुख्य केंद्र रहा। यहां रानी लक्ष्मीबाई का बाल्य काल बीता और यही इन्होंने शस्त्र विद्या भी ग्रहण की। हमारा देश सनातनी है, जो वसुधैव कुटुंबकम के वाक्य का अनुसरण कर निरंतर आगे बढ़ रहा है। मुख्य अतिथि ने महोत्सव स्थल पर लगे शस्त्र प्रदर्शनी की सराहना करते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक धरोहरों को संजोकर रखना बहुत ही सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा, समस्त कानपुर नगर का मिश्रित रूप ‘बिठूर’ है, जहां भव्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी को कानपुर नगर की विशेष चिंता है इसलिए वे आगामी 23 मार्च को बिठूर महोत्सव में सम्मिलित होने के साथ-साथ कानपुर के विकास को लेकर अधिकारियों के साथ गहन मंथन करेंगे और कानपुर के विकास को आगे बढ़ाने के लिए महत्त्वपूर्ण दिशा- निर्देश भी देंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने महाकुंभ का भव्य आयोजन कर दिखा दिया कि वर्तमान सरकार धर्म, समर्पण, संस्कार, बंधुत्व और बेहतर प्रबंधन को लेकर काफी गंभीर है। महाकुंभ की तरह गंगा के किनारे बसा बिठूर भी अपने आध्यात्मिक ऐतिहासिक सांस्कृतिक पहचान के लिए विश्व में जाना जाता है।
वहीं, बिठूर विधायक अभिजीत सिंह सागर ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि बिठूर नानाराव पेशवा, तात्या टोपे,रानी लक्ष्मीबाई और अजीमुल्ला खान की कर्म व संघर्ष स्थली रही है, जिन्होंने अपने शौर्य व पराक्रम के बल पर अंग्रेजों से जमकर लोहा लिया और उन्हें नाको चने चबवा दिए। इस अवसर पर जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह द्वारा विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, सांसद मिश्रिख अशोक रावत, विधायक अभिजीत सिंह सांगा, विधायक सुरेंद्र मैथानी तथा विधायक अरुण पाठक का पुष्प गुच्छ व अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमो की दिखी धूम
महोत्सव में सर्वप्रथम स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम जिसमें नृत्य, रंगोली, स्लोगन /कला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया । इसके उपरांत कानपुर कथक कला केंद्र द्वारा गणेश वंदना व गंगा अवतरण से सम्बंधित कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। प्रिंस डांस ग्रुप द्वारा भगवान कृष्ण व भारतीय तिरंगा से सम्बंधित भाव प्रस्तुति की गई। रमाक्षीर सागर, पुणे द्वारा ‘गोदावरी से गंगा- जमुना तक’ पर आधारित लोकगीत प्रस्तुत किया गया और विनोद कुमार द्विवेदी एवं आयुष द्विवेदी द्वारा ध्रुपद गायन किया गया।

भजन संध्या में अनूप जलोटा ने बांधा समां
महोत्सव में कल विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा नृत्य, गायन एवं लघु नाटिका का मंचन,कुशान पटेल ग्रुप द्वारा क्विज कार्यक्रम, स्थानीय कलाकारों के द्वारा प्रस्तुति, श्री राम कला केंद्र द्वारा रामायण आधारित नाट्य प्रस्तुति व अंत में 8:00 बजे से बहु प्रतीक्षित विराट अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
बिठूर महोत्सव में कल कवि हरिओम पवार,डॉ सुनील जोगी, प्रवीण शुक्ला, शशिकांत यादव,कमलेश शर्मा, अभय निर्भीक, शबीना अदीब, हेमंत पाण्डेय,शिवशरण बंधु, शंभू शिखर व मुकेश श्रीवास्तव द्वारा काव्य पाठ किया जायेगा ।


