
सीएम योगी की बड़ी घोषणा: “भारत डीप टेक 2025” की दिशा में बढ़ेगा यूपी
आईआईटी कानपुर से राष्ट्रीय डीपटेक सम्मेलन “डीपटेक भारत 2025” का भव्य शुभारंभ
मुख्य संवाददाता स्वराज इंडिया
कानपुर/लखनऊ, 3 सितंबर।
उत्तर प्रदेश अब अत्याधुनिक तकनीक के क्षेत्र में देश का अगुवा बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को आईआईटी कानपुर से भारत के पहले राष्ट्रीय डीपटेक सम्मेलन “डीपटेक भारत 2025” का शुभारंभ करते हुए यह बड़ा ऐलान किया।
सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), सेमीकंडक्टर, क्वांटम टेक्नोलॉजी, स्पेस टेक और बायोसाइंसेज जैसे क्षेत्रों पर गहन चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश को “भारत डीप टेक 2025” का नेतृत्व करना है और इसके लिए एक प्रभावशाली समिट का आयोजन बेहद आवश्यक है।
उन्होंने घोषणा की कि आईआईटी कानपुर को डीपटेक इनोवेशन का केंद्र बनाया जाएगा, जहां से देश नई तकनीकी क्रांति की ओर बढ़ेगा।
डीपटेक पॉलिसी 2035 और एआई को-पायलट लॉन्च
कार्यक्रम के दौरान डीपटेक पॉलिसी 2035, देश का पहला डीपटेक एक्सेलेरेटर और भारत का पहला एआई को-पायलट लॉन्च किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन पहलों से भारत वैश्विक तकनीकी प्रतिस्पर्धा में और मजबूत होगा।
उन्होंने यह भी बताया कि डीपटेक इकोसिस्टम का लाभ अब केवल महानगरों तक सीमित न रहकर टियर-2 और टियर-3 शहरों तक पहुंचेगा। छोटे शहरों के स्टार्टअप्स और युवाओं को सीधा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच से जोड़ा जाएगा। इसके लिए गौतमबुद्ध नगर में भूमि आवंटित की गई है।

वैश्विक सहयोग और निवेश का मंच
सम्मेलन में डीआरडीओ, इसरो, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय (एमईआईटीवाई), रक्षा मंत्रालय सहित 200 से अधिक वेंचर कैपिटल फर्मों और उद्योग जगत के दिग्गजों ने हिस्सा लिया।
उम्मीद जताई गई कि इस पहल से उत्तर प्रदेश और पूरे देश में हाई-टेक निवेश, बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन और नवाचार को नई दिशा मिलेगी।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आईआईटी कानपुर की क्षमता आज की चुनौतियों का समाधान खोज सकती है। डीआरडीओ, इसरो और अन्य संस्थाओं के सहयोग से उत्तर प्रदेश पूरे देश को तकनीकी रूप से नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।

