
मुख्य संवाददाता, स्वराज इंडिया
कानपुर। इंदिरा नगर स्थित बुद्धा पार्क के स्वरूप में किसी भी तरह का परिवर्तन नहीं किया जाएगा। यह स्पष्ट करते हुए मेयर प्रमिला पांडेय ने कहा कि सोशल मीडिया पर चल रही बातें मात्र अफवाह हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पार्क की मौजूदा स्थिति बरकरार रखी जाए।
मेयर ने कहा— “बुद्धा पार्क शहर की शान है। इसकी मौलिक पहचान से कोई समझौता नहीं होगा। नागरिकों को गुमराह करने वाली खबरें पूरी तरह निराधार हैं।”
नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने भी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने बताया कि बुद्धा पार्क कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) की देखरेख में है। 28 अगस्त को पार्क से सटे खाली भूखंड का सर्वे जरूर किया गया था, लेकिन इसका बुद्धा पार्क से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा— “शहर के करीब 700 पार्कों को विकसित करने की योजना है। इन्हें आधुनिक स्वरूप दिया जाएगा, लेकिन बुद्धा पार्क सुरक्षित है और रहेगा।”
आधुनिकीकरण की बड़ी योजना
नगर निगम और केडीए मिलकर कानपुर के प्रमुख पार्कों को आधुनिक स्वरूप देने की दिशा में काम कर रहे हैं। योजना के तहत बच्चों के लिए झूले, ओपन जिम, वॉकिंग ट्रैक, सोलर लाइटिंग, बेहतर हरियाली और स्मार्ट सुविधाओं का इंतजाम किया जाएगा।
संदेश साफ
स्वराज इंडिया का मानना है कि बुद्धा पार्क जैसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व वाले स्थानों को सुरक्षित रखना और नए पार्कों का विकास करना ही संतुलित शहरी प्रगति की पहचान है। अफवाहों से परे, हकीकत यही है— कानपुर के 700 से अधिक पार्कों का कायाकल्प होगा और बुद्धा पार्क अपनी मौजूदा पहचान और स्वरूप में जस का तस रहेगा।