
स्वराज इंडिया न्यूज़ डेस्क | विशेष रिपोर्ट अयोध्या 📍
रामनगरी अयोध्या रविवार को पहली बार शहरी विकास के राष्ट्रीय विमर्श की साक्षी बनी, जब यहां महापौर सम्मेलन का भव्य आयोजन हुआ। सुबह 10:30 बजे दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। प्रदेश भर से पहुंचे महापौरों का शाल, स्मृति चिन्ह और रामायण भेंट कर पारंपरिक सम्मान किया गया। अयोध्या की महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी ने स्वागत भाषण में कहा कि अयोध्या सिर्फ आस्था की नगरी नहीं, बल्कि शहरी नवाचार, सुशासन और आधुनिक विकास का मॉडल बन रही है। सम्मेलन में स्मार्ट सिटी विजन, पर्यावरण संरक्षण और बेहतर शहरी प्रबंधन पर दिशा तय करने का संकल्प लिया गया।
आय बढ़ाने और स्मार्ट सिटी मॉडल पर चर्चा

सम्मेलन में नगर निगमों की आर्थिक आत्मनिर्भरता सबसे बड़ा मुद्दा रहा।बरेली के महापौर उमेश गौतम ने बताया कि बरेली नगर निगम ने स्वयं का मॉल विकसित कर वार्षिक आय बढ़ाई है, जिससे करीब 7 करोड़ रुपये की आमदनी हो रही है। उन्होंने कहा कि हर नगर निगम को सामरिक योजना बनाकर अपने आय स्रोत मजबूत करने होंगे।लखनऊ की महापौर सुषमा खरकवाल ने स्मार्ट सिटी के सफल प्रयोग साझा किए जहां कभी कचरे के ढेर थे, वहां आज प्रेरणा स्थल विकसित हो चुके हैं। लखनऊ नगर निगम के अधिकांश वाहन अब इलेक्ट्रिक हैं और कई विकास परियोजनाएं तेजी से आगे बढ़ रही हैं।
भविष्य का विजन और सहमति का एजेंडा

सम्मेलन में सभी महापौरों ने इस बात पर सहमति जताई कि आने वाला समय सिर्फ निर्माण का नहीं, बल्कि तकनीक, पर्यावरण और वित्तीय आत्मनिर्भरता के संतुलन का होगा।रामनगरी अयोध्या में हुआ यह सम्मेलन न केवल ऐतिहासिक रहा, बल्कि प्रदेश के शहरी निकायों को नई दिशा देने वाला साबित हुआ। यहां हुई मंथन प्रक्रिया ने स्पष्ट किया कि नगर निगम अब सेवा प्रदाता ही नहीं, बल्कि विकास के निर्णायक स्तंभ बनकर उभरेंगे।
राम मंदिर बनना सौभाग्य, मोदी योगी ने रचा इतिहास : महापौर प्रमिला पांडेय

कानपुर की महापौर प्रमिला पांडेय ने भारत माता के जयकारे के साथ संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि सदियों की प्रतीक्षा के बाद राममंदिर बनना भारत का सौभाग्य है। “हमने वर्षों तक ‘रामलला आएंगे’ के नारे लगाए, आज हम वह इतिहास जी रहे हैं। मैं कल ही दर्शन करके लौटी हूं जो आनंद वहां मिला, वह अवर्णनीय है। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी ने ऐसा इतिहास रचा है, जैसा पहले कभी नहीं हुआ।”
प्रमुख बिंदु📌
- पहली बार अयोध्या में हुआ महापौर सम्मेलन
- नवाचार, आय-वृद्धि, पर्यावरण और स्मार्ट सिटी पर फोकस
- बरेली नगर निगम के मॉडल से आय बढ़ाने पर जोर
- लखनऊ में कचरा प्रबंधन और ईवी मॉडल की सफलता
- अयोध्या शहरी विकास के राष्ट्रीय विमर्श का केंद्र बनी
- भविष्य का एजेंडा तकनीक + पर्यावरण + आर्थिक आत्मनिर्भरता



