
जिलाधिकारी कानपुर को सौंपा ज्ञापन
कानपुर।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कानपुर महानगर के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को परेड चौराहे पर मंत्री ओमप्रकाश राजभर का पुतला फूंका और जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। यह विरोध प्रदर्शन, श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी (SRMU), बाराबंकी में छात्रों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज और मंत्री राजभर द्वारा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं को “गुंडा” कहे जाने के खिलाफ किया गया। विश्वविद्यालय में विधि पाठ्यक्रमों को लेकर छात्रों का आरोप है कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) से मान्यता न होने के बावजूद प्रवेश प्रक्रिया चलाई जा रही है। इसके अलावा मनमाने शुल्क वसूली और पारदर्शिता की कमी को लेकर छात्रों ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में शांतिपूर्ण आंदोलन शुरू किया था।
लेकिन आंदोलन दबाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस बल और बाहरी तत्वों की मदद से छात्रों पर लाठीचार्ज कराया, जिसमें कई छात्र घायल हो गए।
मंत्री राजभर पर नाराज़गी
इस घटना पर मंत्री ओमप्रकाश राजभर द्वारा छात्रों को “गुंडा” कहना और लाठीचार्ज को सही ठहराना अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं के आक्रोश का कारण बना। कार्यकर्ताओं ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी और मंत्री से सार्वजनिक माफी की मांग की । डीएम को सौंपे गए ज्ञापन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मुख्यमंत्री से निम्नलिखित कार्यवाही की मांग की— लाठीचार्ज में शामिल पुलिसकर्मियों और बाहरी गुंडों पर मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए तथा आदेश देने वाले जिम्मेदार अधिकारियों को सार्वजनिक किया जाए। बिना अनुमति विधि पाठ्यक्रम चलाने, अवैध शुल्क वसूली और छात्रों के निष्कासन जैसे मामलों की तथ्यात्मक जांच कर विश्वविद्यालय प्रशासन को दंडित किया जाए।
- उच्च शिक्षा परिषद के सचिव द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के आधार पर तुरंत कार्यवाही की जाए।
- लगभग 6 बीघे सरकारी भूमि पर हुए अवैध कब्जे और ₹27.96 लाख के जुर्माने के आदेश का पालन कराते हुए अवैध निर्माण हटाया जाए।


अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का अल्टीमेटम
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि 48 घंटे के भीतर दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती और मंत्री ओमप्रकाश राजभर माफी नहीं मांगते, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
कार्यकर्ताओं की मौजूदगी
विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस दौरान महानगर मंत्री मयंक पासवान ने कहा कि मंत्री का बयान न केवल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाला है, बल्कि संगठन की छवि को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास भी प्रतीत होता है। आंदोलन में मुख्य रूप से सुधांशु, दिनेश यादव, आशुतोष, ख़ुशी, एल्विन, उज्ज्वल, उपेंद्र, प्रभात, पीयूष, दीपक, गुंजन, राम, हर्षित, ज्ञानेंद्र, अर्जुन, प्रतिमेश, श्रेयांश, समीर, नैतिक, आयुष, आदित्य, प्रखर, अभिलाष सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे।
