
दिल्ली से वृंदावन तक 3 लाख से अधिक श्रद्धालु हुए शामिल
स्वराज इंडिया न्यूज ब्यूरो/दिल्ली। पूज्य बागेश्वर धाम से प्रेरित सनातन हिंदू एकता पदयात्रा ने शुक्रवार को इतिहास रच दिया। दिल्ली से वृंदावन तक निकली इस विशाल यात्रा में 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लिया। 5 किलोमीटर से अधिक लंबी यह पदयात्रा श्रद्धा, भक्ति और सनातन एकता का अद्भुत संगम बन गई।
यात्रा के दौरान “जय श्री राम”, “हर हर महादेव” और “जय सनातन धर्म” के जयघोषों से पूरा वातावरण गूंज उठा। सड़कों पर भगवा ध्वज लहराते नजर आए और हर दिशा में आस्था का सागर उमड़ पड़ा।
पहले दिन 11 किलोमीटर की यात्रा में श्रद्धालुओं का जोश देखने लायक था। लगभग 5 किलोमीटर तक सड़कों पर केवल जनसैलाब दिखाई दे रहा था। बच्चों से लेकर वृद्धजनों तक, माताएं और बहनें बड़ी संख्या में पदयात्रा में शामिल रहीं। श्रद्धालुओं का कहना था कि उन्हें महाराज बागेश्वर धाम जी पर अटूट विश्वास है और वे भारत को हिंदू राष्ट्र के रूप में देखने की आशा लेकर यात्रा कर रहे हैं।
200 से अधिक स्थानों पर हुआ पुष्पवर्षा से स्वागत
पदयात्रा मार्ग पर हर ओर भक्ति का माहौल था। लोगों ने अपने घरों, छतों और गलियों से निकलकर श्रद्धालुओं का स्वागत किया। 200 से अधिक स्थानों पर पुष्प वर्षा कर भक्तों का अभिनंदन किया गया। जगह-जगह जलपान और विश्राम की व्यवस्था भी की गई थी, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। ढोल-नगाड़ों की थाप, शंखनाद और फूलों की वर्षा से वातावरण पूर्णतः धार्मिक और उत्साहपूर्ण बन गया।


आध्यात्मिक जागरण और सनातन एकता का प्रतीक
दिल्ली से वृंदावन तक की यह पदयात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति और सामाजिक एकता का प्रतीक बन गई है। यात्रा का उद्देश्य समाज में प्रेम, समरसता, संस्कृति और आध्यात्मिक चेतना का प्रसार करना है।
श्रद्धालुओं ने इस यात्रा को “आस्था का महापर्व” बताते हुए कहा कि यह यात्रा आने वाली पीढ़ियों के लिए सनातन धर्म के प्रति जागरूकता और एकता का संदेश लेकर आई है।


