स्वराज इंडिया : अनूप अवस्थी / कानपुर

यूपीसीडा मुख्यालय से महज कुछ दूरी पर 15 साल पहले विकसित की गई ट्रांसगंगा सिटी परियोजना अभी भी दौड नहीं पा रही है लेकिन परियोजना के लिए अधिग्रहित जमीनों पर लगातार कब्जे हो रहे हैं। कई जगह भूमाफियाओं ने यूपीसीडा की बाउंड्री को तोडकर कब्जा जमा लिया है और प्लाटिंग करके बेंच भी रहे हैं। सबसे बडी बात यह है कि कब्जे की सूचनाएं देने के बाद भी यूपीसीडा में बैठे अफसर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ रस्म-अदायगी से आगे नहीं बढ पा रहे हैं। खानापूर्ति तक सीमित हैं।
कानपुर महानगर और उन्नाव की सीमा पर सपा शासनकाल वर्ष 2003 में यूपीसीडा द्वारा ट्रांसगंगा सिटी परियोजना लांच की गई लेकिन जमीन अधिग्रहण के मुवाअजा विवाद के चलते परियोजना विवादित होती गई। इसके चलते योजना डंप सी हो गई लेकिन सीईओ मयूर माहेश्वरी ने इसको गति देने के लिए अथक प्रयास किए। अब परियोजना में लगभग सभी विवाद खत्म हो चुके हैं और वहां पर तमाम विकास कार्यो के लिए पानी की तरह करोडों रूपया बहाया जा रहा है। करोडों रूपयों से लाइटिंग और अन्य सुरक्षा सिस्टम लगाए गए हैं। इसके बाद भी महज एक दर्जन मकान बने दिखते हैं, बाकी एरिया खाली वीरान नजर आता है। बताया जा रहा है कि एक्सईएन कार्यालय और क्षेत्रीय कार्यालय में तैनात अधिकारियों की उदासीनता के कारण परियोजना में कोई खास प्रगति नहीं दिख रही है। अधिकारी और कर्मी सिर्फ अपना ’भला’ देख रहे हैं बाकी परियोजना को लेकर कोई रूचि नहीं है। तत्कालीन अधिकारियों द्वारा शहरी और औद्योगिक विकास के दिखाए गए बडे बडे सपने आज भी अधूरे नजर आ रहे हैं।
अफसर कर रहे शिकायतों की अनदेखी
ट्रांसगंगा सिटी परियोजना के सेक्टर 8 शंकरपुर सराय और ग्राम पिपरी की सीमा पर अधिग्रहित जमीनों की बाउंडी गिराकर जमीन पर प्लाटिंग का मामला यूपीसीडा के एसीईओ चर्चित गौड को मीडिया के द्वारा 18 मार्च 2025 को अवगत कराया गया था लेकिन इसके बाद भी कोई ठोस एक्शन नहंी लिया गया। विभागीय सूत्रों का दावा है कि सिर्फ पुलिस को सूचना देकर खानापूर्ति कर ली गई लेकिन विभागीय कार्रवाई नहीं की गई। इससे लगातार वहां पर जमीनों पर कब्जे करके मकान बनाए जा रहे हैं। उन्नाव के विकासखंड सिकंदरपुर की ग्राम पंचायत शंकरपुर सराय के ग्राम प्रधान सर्वेश कुमार लोधी ने 18 जून 2025 को यूपीसीडा सीईओ को पत्र भेजकर शिकायत दर्ज कराई गई लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया।
-अधिग्रहित जमीनों की कब्जों की शिकायत पर स्थानीय पुलिस को सूचना भेजी गई थी, कार्रवाई क्यों नहीं हुई पता कराया जाएगा।
चर्चित गौड, एसीईओ
-ट्रांसगंगा सिटी में प्लाट आवंटन की कार्रवाई हो चुकी है, आवासीय विस्तार भी तेजी से हो रहा है, औद्योगिक प्लाटों पर उद्योग लगाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। जमीन पर कब्जा रोकने का काम एक्सईएन कार्यालय करता है, हमे इसकी जानकारी नहीं है।
अजयदीप सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी यूपीसीडा


