
स्वराज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो | कानपुर डेस्क 📍
कानपुर के महाराजपुर थाना क्षेत्र स्थित रूमा के कानपुर इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी ‘केआईटी’ कॉलेज में गुरुवार को एमबीए और बीटेक के छात्रों ने कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। सैकड़ों छात्रों ने कैंपस के भीतर नारेबाजी की और व्यवस्थाओं पर बड़े सवाल खड़े किए। हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू में करने की कोशिश शुरू की।
परीक्षा केंद्र बदलने पर भड़के छात्र

छात्रों का आरोप है कि पूरे शैक्षणिक सत्र में उन्हें बताया गया था कि परीक्षाएं कैंपस में ही आयोजित होंगी। लेकिन परीक्षा में सिर्फ दस दिन शेष होने पर अचानक सूचना दी गई कि परीक्षाएं यूनिवर्सिटी में कराई जाएंगी।छात्रों का कहना है कि कम समय में नई जगह पर पेपर देने की तैयारी करना बेहद कठिन होगा, खासकर उनके लिए जो दूर-दराज के जिलों से आते हैं।प्रदर्शनकारी छात्रों ने बताया कि कॉलेज प्रबंधन पूरे साल अलग-अलग तरीकों से अतिरिक्त पैसे वसूलता है।
एडमिट कार्ड रहते हुए भी 500 रुपये जुर्माना
परीक्षा के समय भी अवैध वसूली
किसी भी तरह की शिकायत करने पर धमकियां
छात्रों का कहना है कि विरोध करने पर उन्हें निलंबित करने और उनके घर पर शिकायत भेजने की धमकी दी जा रही है।
हाईवे पर उतरे छात्र, दस मिनट जाम

तनाव बढ़ने पर छात्र कानपुर–प्रयागराज नेशनल हाईवे पर पहुंच गए और सड़क पर बैठकर विरोध किया, जिससे करीब 10 मिनट तक ट्रैफिक बाधित रहा।पुलिस ने समझाकर छात्रों को वापस कैंपस भेजा।कॉलेज डायरेक्टर बृजेश वास्नेय का कहना है कि परीक्षाएं जून 2024 में यूनिवर्सिटी द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार ही कराई जा रही हैं।दूसरी ओर चौकी प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों से बातचीत की जा रही है और जांच में सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर कार्रवाई होगी।
मुख्य बिन्दु📌
- एमबीए और बीटेक छात्रों का कैंपस में जोरदार विरोध
- परीक्षा से 10 दिन पहले परीक्षा केंद्र बदलने पर नाराज़गी
- कॉलेज प्रबंधन पर अवैध वसूली के गंभीर आरोप
- निलंबन और पैरेंट्स को शिकायत की धमकी का दावा
- छात्रों ने हाईवे जाम किया, पुलिस ने शांत करवाया
- प्रबंधन का तर्क-यूनिवर्सिटी के निर्देशों के अनुसार हो रही परीक्षाएं
- पुलिस दोनों पक्षों से पूछताछ कर रही है



