
जिला प्रशासन की अनदेखी से सड़क पर रहने को मजबूर ग्रामीण
स्वराज इंडिया न्यूज ब्यूरो उन्नाव।
गंगा का बढ़ता जलस्तर एक बार फिर उन्नाव जनपद के सिकंदरपुर सरोसी ब्लॉक के ग्रामीणों पर कहर बनकर टूटा है। क्षेत्र के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। हालात इतने खराब हैं कि घरों में पानी घुस जाने से ग्रामीण सड़क पर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं।
आंट गांव निवासी बलराम कश्यप ने बताया, “पहली बार आई बाढ़ में भी हमारा घर डूब गया था, तब परिवार सहित सड़क पर दिन-रात काटने पड़े थे। जैसे-तैसे पानी घटा तो घर लौटे, लेकिन अब दोबारा गंगा का पानी गांव में प्रवेश कर गया और फिर से भयंकर तबाही मचा दी।”
सब्जी उत्पादन के लिए मशहूर सिकंदरपुर सरोसी क्षेत्र की हजारों बीघा फसलें बर्बाद हो गई हैं। धान, मक्का और हरी सब्जियों की खड़ी फसलें जलमग्न होकर पूरी तरह नष्ट हो गईं। किसानों की मेहनत पर बाढ़ ने पानी फेर दिया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि अब तक प्रशासनिक अमला मौके पर नहीं पहुंचा है। न तो फसलों के नुकसान का आकलन हुआ और न ही पीड़ितों की मदद के लिए कोई ठोस कदम उठाए गए। इससे लोगों में गहरी नाराज़गी और निराशा है।
ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन से तुरंत राहत कार्य शुरू करने, फसलों के नुकसान का सही सर्वे कराने और प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है।


